23 महिलाओं का एक साथ हो गया चालान

बस्ती/यूपी: यूपी के बस्ती जिले में पुलिस ने एक ही गांव की 23 महिलाओं को शांति भंग की आशंका में चालान किया है। दरअसल जिले के गौर थाना क्षेत्र के घुरहूपुर गांव में लंबे समय से परंपरागत तरीके से गांव में नवरात्रि में मां दुर्गा की प्रतिमा का स्थापना होती है। गांव के लोग यहां पूजा पाठ करने के साथ निर्धारित तिथि पर प्रतिमाओं का विसर्जन करते हैं। कुछ दिन पूर्व प्रतिमा स्थापना स्थल की भूमि को लेकर गांव के ही दो पक्ष आमने-सामने हो गए। इसके बाद दोनों पक्षों में कहा सुनी हुई स्थानीय जनप्रतिनिधियों पुलिस की हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया।



गांव के एक पक्ष की अगुवाई में लगातार दुर्गा प्रतिमा का स्थापना किया जाता है। वहीं दूसरे पक्ष ने इस बार प्रतिमा स्थापना स्थल को लेकर विवाद खड़ा कर दिया और प्रतिमा स्थापित करने से मना करने लगा। इसके बाद गहमागहमी के बीच निर्धारित तिथि पर प्रतिमा स्थापित हुई। बीते शुक्रवार को दोनों पक्षों की महिलाएं आमने-सामने आ गई और एक दूसरे पर टीका टिप्पणी करते हुए आरोप लगने लगी।

मामला पुलिस तक पहुंचा तो दोनों पक्षों की महिलाएं थाने पर पहुंची। इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने बुझाने का प्रयास किया और मामले का निस्तारण करने के लिए कहा। बावजूद दोनों पक्ष की महिलाएं एक दूसरे से मारपीट करने को आमद थी। ऐसे में पुलिस ने कुल 23 महिलाओं का शांति भंग में चालान किया। 

पांच घंटे चला मेडिकल जांच

गौर पुलिस जब एक साथ 23 महिलाओं को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौर पर मेडिकल कराने के लिए पहुंची तो अचानक अस्पताल में भी लोग हड़बड़ा गए। इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं का जत्था पहुंचने के बाद चिकित्सकों की टीम ने तकरीबन 5 घंटे में 23 महिलाओं की डाक्टरी रिपोर्ट तैयार की। 

बस में भरकर तहसील पहुंची महिलाएं 

गौर पुलिस द्वारा शांति भंग की आशंका में 23 महिलाओं का चालान किया गया। मेडिकल जांच होने के बाद पुलिस ने बस में सभी को बैठा कर तहसील की ओर चली तो हर कोई उत्सुकता के चलते पूरे मामले की जानकारी लेने में जुटा रहा। महिलाओं का समूह जब बस में बैठकर तहसील पहुंचा तो वहां भी चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। हर कोई एक दूसरे से पता करता रहा कि आखिर कौन सी ऐसी बात हो गई कि इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं को पुलिस लेकर तहसील में पहुंची है। 

थाने पर जाना पड़ा भारी, पुरुषों कर लगाया आरोप

थाने पर पहुंचने वाली महिलाओं को पहले तो लगा कि पुलिस यहीं से समझा कर वापस घर भेज देगी और उनका विवाद ऐसे ही चलता रहेगा। लेकिन जब उन्हें इस बात की भनक लगी कि पुलिस उनका शांति भंग में चालान करेगी तो सभी एक दूसरे पर आरोप लगाने लगी। कुछ महिलाओं ने तो यहां तक कहा कि उनके घर एक के पुरुषों ने उन्हें समझाया और यहां भेज दिया था। उन्हीं लोगों के चलते उन्हें तहसील तक का चक्कर काटना पड़ा और आगे भी शांती भंग की आशंका में होने वाली कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा।

डेस्क रिपोर्ट पीटीसी लाइव संवाद